चिकनगुनिया और डेंगू से बचाव के सॉलिड उपाय



चिकनगुनिया से बचाव
चिकनगुनिया से बचने के उपाय 
चिकनगुनिया से कैसे बचे
How to save to Chikangunia
How to save to Dengue


बाबा रामदेव के अनुसार गिलोय को कूटकर पीने से बॉडी का इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत हो जाता है

इन दिनों डेंगू और चिकनगुनिया के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में बाबा रामदेव द्वारा बताई गई आयुर्वेद की कुछ आसान टिप्स आपके बहुत काम की हो सकती है।
बाबा रामदेव के अनुसार गिलोय को कूटकर पीने से बॉडी का इम्यूनिटी सिस्टम इतना मजबूत हो जाता है कि उस पर सिर्फ डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया ही नहीं वरन किसी भी तरह का बैक्टीरियल इंफेक्शन नहीं होता। इसके लिए आप गिलोय का काढ़ा पी सकते हैं, या बाजार में गिलोय की टेबलेट्स भी मिलती है जो छोटे बच्चों को एक-एक और बड़ों को दो-दो खाने से डेंगू, चिकनगुनिया का असर तुरंत खत्म हो जाता है। आयुर्वेद के अनुसार मौसम बदलते समय गिलोय का काढ़ा, पाउडर या गोली लेने से दूसरी छोटी-मोटी बीमारियां भी नहीं होती।


एक दिन में 25 हजार तक प्लेटलेट्स बढ़ा देता है गिलोय
इस बारे में बाबा रामदेव कहते हैं कि गिलोय का ताजा रस पीया जाए तो डेंगू में कम हो रही प्लेटलेट्स में तुरंत आराम मिलता है और एक ही दिन में 25 हजार तक प्लेटलेट्स बढ़ सकते हैं। साथ ही बीमारी से भी आराम मिलता है।

इन पांच चीजों के सेवन से तुरंत दूर होते हैं डेंगू और चिकनगुनिया
अगर किसी को डेंगू या चिकनगुनिया हो गया है तथा उसे दवाईयों के बाद भी आराम नहीं आ रहा है तो गिलोय, एलोवीरा, पपीता, अनार, गेंहू ज्वारा लेना चाहिए। लीवर अच्छा करने के लिए पपीते के पत्तों का रस और अनार का रस लें। प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए गिलोय और एलोवीरा लें। अनार से उल्टी बंद हो जाएंगी और लीवर फंक्शन एकदम अच्छा हो जाएगा। इन सबके साथ ही हीमोग्लोबिन कम होने लगता है और लीवर फंक्शन गड़बड़ होने लगता है तो उसमें गेंहू ज्वारा के पाउडर सेवन करें। इन टिप्स को काम में लेते ही आपको तुरंत असर दिखाई देगा और बीमार आदमी मौत के मुंह से भी वापस आ जाएगा।

क्या हैं बचाव और उपचार के तरीके:
चिकनगुनिया वायरस जनित बीमारी है और ये इंफेक्टेड Aedes मच्छरों के काटने से फैलता है. ऐसे में सबसे जरूरी है कि मच्छरों के काटने से बचकर रहें. अपने आस-पास सफाई रखें. पूरे कपड़े पहनें और सतर्क रहें. होम्योपैथ में eupatperf 200 नाम की एक दवा है. ये दवा चिकनगुनिया होने की आशंका को कम करती है.
अस्पताल जाने की जरूरत नहीं, घर पर रहते हुए भी हो जाएंगे ठीक 
आमतौर पर लोगों को लगता है कि चिकनगुनिया हो जाने पर अस्पताल जाना ही एकमात्र उपाय है. लेकिन ऐसा नहीं है. डॉक्टर के संपर्क में रहना जरूरी है लेकिन घर पर रहते हुए भी इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है. जरूरत है तो सिर्फ थोड़ी सावधानी और जानकारी की.
क्या करना चाहिए... 
1. चिकनगुनिया की कोई स्पेसिफिक मेडिसीन उपलब्ध नहीं है. ऐसे में डॉक्टर की दी हुई दवा ही लें. खुद से इलाज करने से बचें और कोई भी दवा न खाएं. इस वायरस के लिए कोई वैक्सीन भी उपलब्ध नहीं है.
2. घर पर रहें और जितना ज्यादा हो सके आराम करें. इस दौरान आराम करना सबसे ज्यादा जरूरी है.
3. चिकनगुनिया में अक्सर लोगों को डी-हाइड्रेशन की शिकायत हो जाती है. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लिक्विड लें. लिक्विड डाइट लेना भी फायदेमंद रहेगा.
4. अगर आप किसी दूसरी बीमारी के लिए भी दवा ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर को उसके बारे में जरूर बताएं. एक साथ दो तरह की दवाइयां लेना खतरनाक भी हो सकता है.
5. उन चीजों को ज्यादा से ज्यादा लें जिनसे विटामिन सी मिले. विटामिन सी इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने का काम करता है.
6. बहुत अधिक ऑयली और स्पाइसी खाने से परहेज करें.
7. नारियल पानी और सब्ज‍ियों का सूप जरूर लें. इस दौरान शरीर बहुत कमजोर हो जाता है, ऐसे में ये लिक्विड डाइट एनर्जी देने का काम करती है.
8. आइस पैक को तौलिए में लपेटकर जोड़ों पर रखें और हल्के हाथों से दबाएं. इससे दर्द में फायदा होगा.
यूं तो सही देखरेख के साथ घर पर रहते हुए भी इस बीमारी से ठीक हुआ जा सकता है लेकिन बीमारी के दौरान डॉक्टर के संपर्क में जरूर रहें. अगर लगे की स्थिति संभलने के बजाय बिगड़ती ही जा रही है तो देर बिल्कुल न करें.
डेंगू से बचाव
डेंगू से बचने के उपाय 
डेंगू से कैसे बचे 
डेंगू से बचने के उपचार