वजन कम करने के लिए कुछ लोग क्रैश डाइटिंग (जरूरत से काफी कम खाना) आजमाते हैं, लेकिन यह स्थिति स्थाई नहीं रहती। ऐसे लोग जैसे ही प्रॉपर डाइट लेना शुरू करते हैं, उनका वजन फिर से बढ़ने लगता है। होना तो यह चाहिए कि अगर आपने इच्छित वजन घटा लिया है तो फिर आपका वजन वहां जाकर स्थिर हो जाना चाहिए। अब यह कैसे संभव है? इसके लिए केवल डाइटिंग नहीं, बल्कि डाइट में न्यूट्रिशन, वैराइटी और बैलेंसिंग जरूरी है।
Healthbazz बता रहा हैं हैं कि वजन कम करने के लिए बेहतर डाइट प्लान कैसा हो सकता है:
1. अलग-अलग फूड हों : एक ही समूह पर फोकस करने के बजाय अपनी डाइट में अलग-अलग समूहों के विविधता से भरे फूड शामिल करने चाहिए। यहां अलग-अलग समूहों से मतलब है प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट इत्यादि के वैराइटी वाले फूड्स। साथ ही मोटे अनाज और सब्जियां भी इस डाइट में होनी चाहिए।
2. अधिक प्रोटीन हों : भारतीय भोजन में प्रोटीन के बजाय कार्बोहाइड्रेट और फैट ज्यादा होते हैं। कोशिश करें कि डाइट में एक बड़ा हिस्सा प्रोटीन का हो। प्रोटीन पचने और रक्तवाहिनियों में अवशोषित होने में ज्यादा वक्त लेता है। इससे कैलोरी की खपत भी ज्यादा होती है। कैलोरी की ज्यादा खपत का मतलब होगा ज्यादा वेट लॉस होना।
2. अधिक प्रोटीन हों : भारतीय भोजन में प्रोटीन के बजाय कार्बोहाइड्रेट और फैट ज्यादा होते हैं। कोशिश करें कि डाइट में एक बड़ा हिस्सा प्रोटीन का हो। प्रोटीन पचने और रक्तवाहिनियों में अवशोषित होने में ज्यादा वक्त लेता है। इससे कैलोरी की खपत भी ज्यादा होती है। कैलोरी की ज्यादा खपत का मतलब होगा ज्यादा वेट लॉस होना।
3. ज्यादा फाइबरयुक्त चीजें हों : अपनी रोज की डाइट में कम से कम 30 से 35 ग्राम फाइबर जरूर होना चाहिए। मोटा अनाज, चिया सीड्स और फाइबरयुक्त सब्जियों जैसे पालक, ब्रोकोली, फ्रेंच बीन्स (बरबट्टी), गाजर, खीरा, कई तरह के फलों जैसे अनार, सेवफल, चीकू इत्यादि में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होते हैं।
4. एक दिन डिटॉक्स डाइट लें : अपने डाइट प्लान में हफ्ते में एक दिन डिटॉक्सिंग भी जरूर शामिल करें। डिटॉक्सिंग से शरीर में जमा जहरीले रसायन दूर हो जाते हैं। वेट लॉस के लिए इन जहरीले रसायनों को शरीर से हटाना जरूरी है। डिटाक्स के लिए त्रिफला के पानी का इस्तेमाल करें। यह आपके हॉर्मोन्स को बैलेंस करने का काम भी करता है। इससे वजन कम करने मदद मिलती है।
5. नमक-शक्कर लिमिटेड हो : अपनी डेली डाइट में नमक का इस्तेमाल बहुत कम कर दें। नमक के कारण शरीर में पानी की मात्रा बढ़ जाती है जो मोटापे का एक प्रमुख कारण होता है। रोजाना 2 ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन न करें। शक्कर की मात्रा भी सीमित करें। रुटीन लाइफ में इसका इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर देंगे तो वजन में तेजी से कमी आएगी।
अगले पोस्ट में हम आपके लिए अनेक पोस्ट लाएंगे जो की आपकी वजन को कम करने में मदद करेंगे
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